वक्त की थप्पड़
वक्त की थपेड़ों ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है, अब तो गम को भी मैने अपना बनाया है। आसान नहीं ये जिंदगी इस बेदर्द दुनिया में-2 मैंने तो अपना इस प्यारी शराब को बनाया है। लेखिका :- Khushboo Singh सहयोग :- R.S. Sikarwar